प्रार्थना क्या है

प्रार्थना क्या है ? स्वसुख का त्याग कर परसुख हेतु की गई याचना ही प्रार्थना है । पर सुख क्या है? क्या किसी के लिए भौतिक पदार्थों की कामना ही परसुख है। नहीं ।जब तक कोई भी व्यक्ति ईश्वर से विमुख है वो सुखी कैसे होगा। परम् सुख पूर्ण विश्राम तो ईश्वर चरणों में है। ईश्वर प्रेम हेतु ही कामना हो और परसुख भी यही की सबको ईश्वर के प्रेम की अनुभूति हो । सुख दुःख की स्वीकार्यता हो। हे परमेश्वर !आपके चरणों में यही प्रार्थना है की सबको अपने चरणों का प्रेम अनुराग दीजिए।

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