परम् दयामयी

परम् दयामयी परम् कृपामयी श्यामा मेरी बरसाने वारी !
मृगनयनी अति सुंदर बैनी अति भोरी मेरी श्यामा प्यारी !!

ललित किशोरी रस सिंधु स्वरूपा शरण पड़ी मैं लाडली तिहारी !
कृपा कीजौ हे कृपावर्षिणी सकल जगत की तुम रखवारी !!

कोई विधि ना जानूँ मोरी श्यामा किस विधि रीझै प्रियप्यारी !
दीजौ चरण की सेवा लाडली मैं तेरे चरणों की पुजारी !!

राधा राधा नाम धन दीजौ लीजो मोहे जगत उबारी !
तेरी सेवा ही प्राण बने मम मेरी श्यामा सर्व हितकारी !!

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