मुझे इश्क़ नहीं आता
देखो मुझे इश्क़ करना आता नहीं है
कर सकूँ ऐसी भी नहीं औकात मेरी
तेरे इश्क़ से सीखना है मुझे इश्क़ करना
तू सिखाए तो बने अब कोई बात मेरी
यूँ तो एक लम्बी उम्र काटी है मैंने
जाने क्यों कटती नहीं अब इक रात मेरी
शौक रहा मुझको सिर्फ हँसने का ही
नहीं आई आँखों में कभी बरसात मेरी
जाने कुछ दिन से क्या हुआ है मुझको
खुद से ही लम्बी हो चली है बात मेरी
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