चमक तेरे चेहरे की
चमक तेरे चेहरे की मुझे हर पल लुभाती है
मोहन तेरी मुरली ये राधा राधा गाती है
नज़र हटती नहीं मेरी तेरा मुखड़ा ही ऐसा है
नहीं कोई तेरे जैसा कैसे कह दूँ तू कैसा है
देखते ही तुझको बस मेरी नज़र झुक जाती है
चमक तेरे चेहरे की मुझे हर पल लुभाती है
मोहन तेरी मुरली ये राधा राधा गाती है
तेरा है प्यार ही ऐसा नहीं देखा ज़माने में
मेरी ज़िन्दगी निकल जाए मोहन तुझको रिझाने में
सदा निकली तेरे दिल से मेरे दिल तक भी आती है
चमक तेरे चेहरे की मुझे हर पल लुभाती है
मोहन तेरी मुरली ये राधा राधा गाती है
तुझे देखूं तुझे सोचूं तेरी ही बनके रहना है
ख़ुशी दे चाहे आंसू दे नहीं मुझे कुछ भी कहना है
मेरे दिल की हर धड़कन तेरा ही नाम गाती है
चमक तेरे चेहरे की मुझे हर पल लुभाती है
मोहन तेरी मुरली ये राधा राधा गाती है
तुझे देखूं हर पल मैं तेरे बिन क्या मेरा जीना
तेरे बिन जीवन जहर है बड़ा मुश्किल इसे पीना
देखूं मैं वही प्यारे तेरी जो नज़र दिखाती है
चमक तेरे चेहरे की मुझे हर पल लुभाती है
मोहन तेरी मुरली ये राधा राधा गाती है
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