हमें क्या होने लगा
फिर तेरी याद है आई फिर दिल रोने लगा
तेरे इश्क़ में जाने हमें क्या होने लगा
कभी हँसते हैं तुझे याद करके हम
कभी इश्क़ में हो जाए मेरी आँखें नम
जाने इस दिल को एहसास क्या क्या होने लगा
फिर तेरी याद है आई फिर दिल रोने लगा
तेरे इश्क़ में जाने हमें क्या होने लगा
कभी लगता है तुम पास हो मेरे कितने
और कभी लगे मिले तुमसे हुए बरस इतने
तेरे ख्यालों में दिल दिन रात खोने लगा
फिर तेरी याद है आई फिर दिल रोने लगा
तेरे इश्क़ में जाने हमें क्या होने लगा
कभी है ख़ुशी इतनी की दो जहां कम हैँ
कभी इतने ज्यादा दर्द से बोझिल हम हैं
कि दिल हमें खून के अश्कों से भिगोने लगा
फिर तेरी याद है आई फिर दिल रोने लगा
तेरे इश्क़ में जाने हमें क्या होने लगा
जाने कौन से एहसासों में हम खो बैठे
तुम हो गए मेरे और हम तेरे हो बैठे
फिर क्यों साहिब ये पर्दा हमसे होने लगा
फिर तेरी याद है आई फिर दिल रोने लगा
तेरे इश्क़ में जाने हमें क्या होने लगा
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