प्रियतम

प्रेम कोउ कोई नेम ना होवे प्रेम होवें है प्रियतम !
मुझसे भिन्न नहीं अबहुँ मोहे नित्य मिले हैं प्रियतम !!

बांवरे नैना ढून्ढ थके गयो कहाँ मेरो प्रियतम !
खोजत खोजत हिय में मिल्यो बसत रह्यो मेरो प्रियतम !!

देखत रही बाट रात दिन कबहुँ आवे मेरो प्रियतम !
धीर धरे ना जबहूँ बाँवरी बोल पड़े मेरो प्रियतम !!

आँखिन सों ना दीखुं मेरो सजनी तुझमें ही तेरो प्रियतम !
दूर नहीं हुआ कभी तुझसे मिला रहा नित्य प्रियतम !!

एह मार्ग प्रेम को होय एक ही मैं और प्रियतम !
कित् खोजूं और कित् पावउँ हिय बसे मेरो प्रियतम !!

कोउ नेम ना होय प्रेम को नेम होय  प्रियतम !
प्रियतम संग रहूँ दिन रैन मैं और दोय प्रियतम !!

मन बुधि सब मिल गई हो गई  मैं प्रियतम !
बाँवरे नैना नेह लगायो दीखे चहुँ और प्रियतम !!

प्रेम रंग में रंग दीन्हों मोहे अबहुँ नित्य मिले हैं प्रियतम !
बोल रहे मन प्राण सखी मेरो प्रियतम प्रियतम प्रियतम !!

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