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Showing posts from September, 2016

वेदना

यूँ ही रेत सी फिसलती है जिंदगी कभी चाहूँ पकड़ लूँ इसे भरती हूँ थोड़ी सी मुट्ठी में फिसल जाती है हाथ से साँस साँस जा रही है तेरे बिना जी रही हूँ क्या ये जीवन है पल पल बिखरता हुआ ये...

इश्क़ के नग्में

फ़िज़ाओं में सुन रही हूँ इश्क़ के नग्में हसरतें मेरी बेताब हुई जाती हैं तुम कब आओ मेरे आशियाने में आरज़ूएं बेनकाब हुई जाती हैं कब तेरे आगोश में सिमट जाएंगे हम कब तेरे जलवों का द...

ख़ामोशी

एक लम्बी सी ख़ामोशी है ना कुछ कहने को ना कुछ सुनने को सामने ही आ बैठो जब लफ्ज़ खामोश हों नज़र ही बात कर लेगी पर सोचती हूँ तुमको देखकर क्या हाल होगा जब तक नज़र में रहोगे सुकून रहेगा...

तराने इश्क़ के

जाने कौन से तराने थे इश्क़ के जो हौले से तुम गुनगुना गए दर्द  इश्क़ के अजीब हैं साहिब मीठे भी हैँ और दिल जला गए जाने क्यों लम्बी सी रातें होने लगी बिन तेरे काटे नहीं कटती रातें ...

हरे कृष्णा हरे राम

मंगल मंगल नाम हरे कृष्णा हरे राम पावन पावन नाम हरे कृष्णा हरे राम भज मन आठों याम हरे कृष्णा हरे राम नाम यही सुखधाम हरे कृष्णा हरे राम काटे भवरोग काम हरे कृष्णा हरे राम यहीं ...

मुझको मेरे यार ने बेगाना कर दिया

मुझको मेरे यार ने बेगाना कर दिया हम इस उलझन में रहे दीवाना कर दिया मुझको भी तो अपने इश्क़ का एहसास न हुआ दिल दूर ही रहा सदा तेरे पास ना हुआ हम सोचते ही रह गए नज़राना कर दिया मुझको ...

मेरे गौर गोपाल जी

मेरे गौर गोपाल जी मुझे देना सदा सहारा पल भर भी भूले ना कभी हरे कृष्णा नाम प्यारा दिन हो चाहे रात हो हरे कृष्ण गाऊँ मैं जो हो तेरी कृपा तो तेरा नाम पाऊँ मैं पावन तेरे इस नाम ने क...

हरि बोल हरि बोल

हरि बोल हरि बोल हरि हरि बोल डोर प्रभु को सौंप दे कभी भी नहीं डोल हरि बोल हरि बोल हरि हरि बोल मेरे मन में बसता रहे पावन हरि का नाम मन ही ये मन्दिर बने मन ही बने ब्रजधाम नैनो में तु...

श्री जू का स्वप्न@

श्री जू का स्वप्न ~~~~~~~~ श्री जू बहुत व्याकुल हैं । कान्हा कहाँ है |वो अब तक नहीं आये | मुझे भूल गए वो । हाय !!! मैं उनको प्रेम नहीं दे पाई । वो मुझे छोड़ कर चले गए। बहुत व्याकुल हो विलाप कर...

श्री जू के श्रृंगार कान्हा को धारण करना@

एक सखी अपनी मस्ती में झूमती गाती जा रही है पुष्प चयन करने। पता नहीं आज इतनी प्रसन्न क्यों है की नाचती ही जा रही है । अचानक कान्हा उससे आकर टकरा जाते हैँ। विनोद करना तो इनका स्...

बहुत दर्द है भीतर

बहुत दर्द है भीतर बहाना नहीं जमा रखना घुलते रहना पीते रहना है इस दर्द को इतना बढ़ जाए की वो सामने हों और पूछें क्या चाहिए तो बोलूं दर्द और दर्द और दर्द और दर्द.... सिर्फ दर्द तेर...

जीना तुम इसे

जीना कैसे कहते हो तुम जी लो तुम्हारे बिना कोई जिंदगी है कोई वजह तो दो जीने की साँस लेने की तुम्हारे सिवा कोई और वजह भी तो नहीं कह दो मिलूंगा कभी बस तेरे वादे पर ही यकीन करूँ म...

साहिब फिर चले आये

साहिब !!! फिर चले आये अब तो तुम्हें देखने की हिम्मत नहीं होती धड़कनें बेताब हो जाती हैं खलबली मचा देते हो छिप जाओ अब डरती हूँ ये आँखें तुम्हें नहीं देख लें देख लेंगी तो हर जगह त...

थोड़ी सी चिंगारी है

थोड़ी सी चिंगारी है ज़रा और हवा देना दर्द की हो इंतहा तुम इतना बढ़ा देना नहीं जीना बिन तुम्हारे मुझे हैं दर्द कबूल सारे नहीं जख्मों का इलाज़ तो गहरा कर देना थोड़ी सी चिंगारी है ज़र...

तेरे बगैर जीना कोई जीना

तेरे बगैर जीना कोई जीना तो नहीं जिन्दा हूँ जिंदगी जीने की वजह तो नहीं दर्द ये चीर देता है क्यों बार बार मुझे जाने कब तलक होगा तेरा दीदार मुझे यूँ छिप छिप कर कभी इश्क़ कभी हुआ त...

पल ना बिसरे

पल नाय बिसरे ये नवल जोरी पल पल को नेह बरसाय है कोउ कहे ब्रह्म कोउ निर्गुण कहे रसराज तो ब्रज कुंवर कहाय है नाय चार भुजा कोई नाय कोउ देव होवै प्रीति को याचक प्रीति सुख पाय है बल...

मेरा आँचल

मेरा आँचल ही उड़ उड़ लिपटता है मुझसे क्यों तुमने छू कर इसे भी मदहोश कर दिया देखो फिर फिर उड़ रहा है इस कद्र जैसे मेरे दिल में जज़्बात मचलते हैं हाय !! क्यों छू लिए तुम इसको देखो इसकी ...

जिया है तेरी मोहबतो को

जिया है मैंने तेरी मोहबतों को तेरा इश्क़ मुझे कितना अज़ीज़ हो चला तेरा मिलना ही हुआ इबादत मेरी तेरा मिलना ही मेरी ईद हो चला तेरे छूने से महकने लगी है रूह मेरी इन फ़िज़ाओं में ख़ुशब...

मोहन तुम कैसे हो

मोहन तुम कैसे हो कभी तुमको देखने को मेरी आँखें तरस गई कितना पुकारा तुमको अब तुम आये हो देखो अब तुमको देखा भी नहीं जा रहा कभी ये आँखें तुमको घण्टों निहारती थीं लगता है आँखें ...

नित नित गाऊँ गुण तेरे

नित नित तेरे गुण गाऊ मैं किशोरी राधे जानूँ नहीं  विधि तोहे  रिझाऊँ मैं किशोरी राधे तोहे रिझाऊँ श्यामा कोय विधि जानू ना सर्वत्र मेरी लाडली है हाय पहचानु ना मुस्काय प्राण प...

फिर से सुना दो

फिर से सुना दो मोहन अपनी बाँसुरिया सुधि बिसरादो मेरी बना दो बाँवरिया मोहना तेरी बांसुरी मोहे लागे अति प्यारी है कैसा जादू किया तूने मोहन मुरारी है जग भूल बैठी बनी तेरी रे ...

दीन् हूँ मलीन हूँ

दीन हूँ मलीन हूँ जैसो कैसो हूँ तिहारी नाथ ! हूँ सिरमौर अधम की कैसो कहूँ मोहे राखो साथ !! मेरी ढिठाई पर नेक सों दृष्टि ना कीजिये ! झूठन बड़ाई फसयो सांचो कियो हो अपराध !! कैसो कहूँ मेर...

तेरी रहमतों की श्यामा

तेरी रहमतों की श्यामा होती है बरसात ऐसी कहने में नहीं आए नहीं मेरी औकात ऐसी दुनिया को ठुकराकर जो भी तेरे दर आया नहीं देखे ऐब तुमने अपने गले लगाया जिंदगी सँवर गयी बनी बिगड़ी  ...

सुनो व्याकुल हृदय की पुकार

सुनो व्याकुल हृदय की पुकार मेरी सुधि लो युगल सरकार कब द्वार तुम्हारे मैं आऊँ कब आपके दर्शन पाऊँ विनय सुनो जीवन आधार सुनो व्याकुल हृदय की पुकार मेरी सुधि लो युगल सरकार नही...

हम उनके इश्क़ में

हम उनके इश्क़ में कुछ ऐसे खो गए हैँ खुद से ही अजनबी बेगाने से हो गए हैं इस क़दर अब मुझको ना रुला यार मेरे देख अश्क़ बह रहे हैँ आँखों से ज़ार ज़ार मेरे दिल के चमन अब सारे वीराने हो गए है...