दिल के दर्द की दवा

दिल के दर्द की मुझको दवा दो
खतावार हूँ अगर मुझको सज़ा दो
मैंने बस तुमको सिर्फ तुमको चाहा
तुम भी चाहते हो मुझको बता दो

मेरी चाहतों का ना ऐसा सिला दो
नही दूर रखना तुम्हीं में मिला दो
तेरी थी तेरी हूँ तेरी ही रहूंगी
अब तुम मेरी ही हसती मिटा दो
दिल के दर्द की.........

तड़पती है रूह सुलग रहे अरमान
तेरा इश्क़ हाय ले रहा मेरा जान
नहीं दूर रहना मेरे साहिब मुझसे
दरमियाँ की सारी चिलमने हटा दो
दिल के दर्द की.......

तेरी थी ये चाहत मेरी खता ना
मुझको सम्भालो दो अब सज़ा ना
इस दिल में तेरी मोहबत बसी है
इस दिल में ही आशियाना बना दो
दिल के दर्द की.........

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