अब तो तेरा

अब तो तेरा ही सुरूर है मुझ को
कोई ना कोई जादू जरूर है मुझ को

तेरे ही नाम से दिन मेरा शुरू होता है
तुझको हर पल ही चाहने का फितूर है मुझ को
अब तो तेरा ही.......

यूँ ही निभा लेंगे अब मोहबतें तेरी
उल्फ़तों में जीने का दस्तूर है मुझ को
अब तो तेरा........

तुझसे बिछड़ने के ख्याल से ही डर जाती हूँ
तेरी जुदाई का दर्द ही नासूर है मुझ को
अब तो तेरा........

जी रहे हैं अब हसरतों में ही तेरी
तेरा ही साथ हमेशा से मंजूर है मुझ को
अब तो तेरा.....

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