छेड़ कोई प्यार वाली गल्ल वे
छेड़ कोई प्यार वाली गल्ल वे
श्यामा हुण तां बोल वे
की कमले दिल दा हल वे
कोई राज़ ताँ खोल वे
पहलां तां अखियाँ ने लुटया
फेर वी कमला दिल ना हटया
हुण रौंदी हाय की कर बैठी
दिखदा नहीं अखियाँ खोल वे
छेड़ कोई प्यार वाली......
तेरी राह सवारे हर पल
तैनू वाजां मारे हर पल
जिंदगी तेरे नाल पयी चल
होर है की मेरे कोल वे
छेड़ कोई प्यार वाली....
तेरी ही सी तेरी ही रहणा
दिल वाली गल्ल तैनू कहणा
तेरे प्यार दे दर्द ही सहणा
एही मेरे लई अनमोल वे
छेड़ कोई प्यार वाली.....
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