इतना भी अदब नही था
इतना भी अदब नही था मुझे
तेरे इश्क़ में सिखा सजदा करना
कभी हर जगह तुम ही नज़र आते हो
तो भूल जाता है मुझे ही मेरा होना
कभी लगता है तुमसे बात करती हूँ
फिर चाहत होती है मुझे तेरा होना
कभी लगता है की मुझमे ही बसे हो तुम
अब तो मुश्किल है तेरा मुझसे जुदा होना
तुम से है इश्क़ हुआ अब तुम हो मेरे
और लोगों के लिए होगा तेरा खुदा होना
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