केहड़ी गल्लों रहे दूर दूर श्यामा
की होया मेरे तों कसूर श्यामा
केहड़ी गल्लों रहें दूर दूर श्यामा
अखियाँ मिलाण वाले तेरे रंग होर सी
नैना विच प्यार सी ते वखरी ही तोर सी
दिल लै गया मेरा चितचोर श्यामा
केहड़ी गल्लों.......
दिल लै के श्यामा गया मैनू भूल वे
वग्दे हंजुआं दा पाया ना कोई मूल् वे
की एही प्रेम वाले दस्तूर श्यामा
केहड़ी गल्लों......
हुण तां खबर ले कमली दी इक वार वे
हंजू मुक् चलले हाय रोवां जार जार वे
पूरे कर कीते होये इकरार श्यामा
केहड़ी गल्लों.......
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