मेरी पीड़ हरो सांवरिया

मेरी पीड़ हरो सांवरिया
कुछ धीर भरो सांवरिया
मैं हूँ दीन अधम पातकी
तुम दया करो सांवरिया

जन्मों से ही पतित है जीवन
अब शरण में पड़ी हूँ निर्धन
और कहां जाऊँ मैं तुम बिन
अब लो मेरी खबरिया
मेरी पीड़ हरो सांवरिया

जैसी भी हूँ मुझे अपनालो
शरण पड़ी अब लाज बचालो
अपने चरणों की धूळ बनालो
नैनन से बरसे बदरिया
मेरी पीड़ हरो सांवरिया

तेरे बिन मेरी ठौर ना कोई
तुमसा दीन दयाल ना कोई
दूर करो पीड़ा दासी की
सुना दो अपनी बाँसुरिया
मेरी पीड़ हरो सांवरिया

तुम पीड़ हरो सांवरिया
मैं बन गयी तेरी बांवरिया
मेरी पीड़ हरो सांवरिया
अब लो मेरी खबरिया
मेरी पीड़ हरो सांवरिया

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