नहीं जब तक मेरो हिय प्रेम झंकार मैं विरहित हूँ जब तक नहीं आवें सखी नन्दकुमार मैं विरहित हूँ जब तक नहीं बहे सखी प्रेम की धार मैं विरहित हूँ जब तक नहीं रीझै मेरो नन्दकुमार मै...
कबहुँ मिलो मोरे श्याम पीर हिय की बड़ो सताए पलक ना लगे पल भी मोरी नैना झर झर जाएँ पिया बिन जीवन सुना सखी री कैसो जीवन बिताऊँ हिय में पीर उठे मेरो भारी हाय पिया अकुलाऊँ कोई दीजो ...
हे करुणानिधान कृपा करो अपनी भक्ति देना बुद्धिहीन हूँ मैं प्रभुवर मुझे अपनी शरण में लेना संसार की सब वस्तु में मैं स्पर्श तेरा पाऊँ हूँ बलहीन नाथ मेरे कैसे मैं पिंड छुड़ाऊं...
राधे तेरा बरसाना इस जग से न्यारा है हम और किधर जाएँ यही घर अब हमारा है तेरे बरसाने की श्यामा हर बात निराली है दिन प्रेम की होली है हर रात दीवाली है यहां प्रेम के दीपक से सब कुछ ...
रे मनवा व्यर्थ जगत को सार छोड़ दे बन्धन झूठे जगत के तू बस गोविन्द राधे पुकार रे मनवा...... जितनी हो स्वासों की पूँजी हरि के नाम लगा ले छोड़ जगत की चर्चा मनवा गोविन्द के गुण गा ले यही ...
काश मुझे भी कभी तुमसे मोहबत होती काश लबों पर मेरे तेरा नाम होता हसरत ही नहीं हुई तेरी उल्फ़त की मुझे काश चाहत में कोई मेरा मुकाम होता मुझे क्यों ना हुई तेरी चाहतों की चाहत ए म...
देखो मुझे इश्क़ करना आता नहीं है कर सकूँ ऐसी भी नहीं औकात मेरी तेरे इश्क़ से सीखना है मुझे इश्क़ करना तू सिखाए तो बने अब कोई बात मेरी यूँ तो एक लम्बी उम्र काटी है मैंने जाने क्यो...
कैसे मिलोगे तुम मोहन है दिल मेरा अभिमान भरा कभी भूले से नहीं याद किया कभी मुँह से ना निकला नाम तेरा कभी याद में तेरी प्यारे मैंने दो अश्क़ ना बहाए कभी कभी दो लफ्ज़ शुक्राने के म...
हम दर्द के मारों को मोहन देखो इतना सताना ठीक नहीं पहले ही रोती हैं आँखें और दिल को रुलाना ठीक नहीं कभी सुन भी ले तू दर्द मेरा क्यों मैंने तुम्हें नहीं इश्क़ किया क्यों दिल से न...
हैं इनायतें कितनी तेरी मैं हक़दार नहीं प्यारे नहीं प्यास मुझको तेरी देखो मैं तलबगार नहीं प्यारे नज़र ए कर्म मुझ पर इतना मेरी सरकार आज करना खाली है आँखें मेरी इनको अश्कों से...
मैं हूँ इक टूटा सा घुंघरू जाने कब बिखर गया जो करीब रहे तेरे उनका ही जीवन निखर गया नहीं अब तुम मुझको ढूंढना बर्बाद ही रहने दो यूँ ही फिरूँ मैं बेपता आज़ाद ही रहने दो क्योंकि फिर...
गुण गावो रे गुण गावो रे गुण गावो राधा प्यारी के गुण गावो बरसाने वारी के मैं और ना कुछ भी बोलूं कह राधा राधा डोलूं सब कल्मष मन के धो लूँ गुण गावो रे गुण गावो रे गुण गावो राधा प्...
भज प्यारी का नाम मनवा जीवन के दिन चार छोड़ दे धंदे सकल जगत के राधा नाम उच्चार राधा राधा रटता जा तू राधा धन है तेरा भटक ना जाए विषय जगत में चंचल मन है तेरा कर दे ध्यान श्यामा चरणो...
मोहन तुम कैसे भी आओ देखो मैं पहचान लूँगी तुम क्या क्या बन जाते हो छिपते हो तुमको अच्छा लगता छिपना छलिया हो न देखो पहचान लूँगी तुमको जानती हूँ तुम आओगे तुम रह नहीं सकते तुम प...
आओ प्रियतम ये उत्सव है नित्य नित्य रस बरसाओ सदा प्यारी संग विराजो मुदित छवि तुम दिखलाओ नित्य नित्य नव रंग बरसाओ नित्व नवल सिंगार धराओ मेरी इन प्यासी अखियन में मेरे युगल अ...
जाने क्यों ये आँखें प्यासी हैँ इनको तलब है तेरे दीदार की रहती है तलाश हर और तुम्हारी एक नज़र हो जाए सरकार की नहीं नज़र आते तुम ये अदा तुम्हारी तुमको छिपने में मज़ा आता है साहिब ...
हर और है आहट तेरे आने की आज धड़कन तेज़ हुई ज़माने की है कोई बेकरार कितना सब तू जाने क्या जरूरत है लफ़्ज़ों से दिल दिखाने की हर और आहट...... बैठे हैं इंतज़ार में हम मुद्दत से तुमको आदत है छ...
बेदर्दी संग नेह ना करियो पीड़ मिलेगी हाय तुमको देखो आकाश भी रो रहा बारिश नहीं समझो इसको ये किन्हीं के अश्रु हैं ना जिनको प्रियतम छोड़ गए बहेगी फिर से गंगा यमुना क्यों तुम छोड़...
दिन तो है उत्सव का प्रियतम छाई क्यों घनघोर घटाएं पीर विरह की क्यों चहुँ और क्यों सबके हृदय तड़पाएं क्यों ये तपन है हृदय में ऐसी अश्रु जल से जो बुझ नहीं पाएं हृदय वेदना कैसी प...
विरह वेदना से प्रतिपल आँखें झरती हैं प्रियतम व्याकुलता अति भारी मन में भरती है प्रियतम छोड़ गए सखी आज मोहे कहती रहती हैं प्रियतम व्याकुलता पिया मिल्न की करती रहतीं हैं प्...
करो इतनी कृपा श्यामा तेरा नाम ही गाऊँ मैं इक बार बुला श्यामा बरसाना कब आऊँ मैं राधा राधा रटूं प्यारी तेरा नाम मेरा धन हो तेरी सेवा करूँ प्यारी कुछ ऐसा मेरा मन हो तुम जो रीझो ...
श्यामा तेरा बरसाना ही मेरा ठिकाना है मुझे छोड़ जगत सारा बरसाने आना है श्यामा तेरा बरसाना ...... तेरे बरसाने में श्यामा मुझे मोर बना लेना तुझे नाच रिझाऊँ मैं चित चोर बना लेना जैस...