कुछ पद

[11/08, 13:57] श्रीश्रीगौरांग कृपा: बड़ी मुश्किल है यह राह ए इश्क़ आसान नहीं
ज़ख्म ऐसे हैं दिल पर जिनका कोई निशान नहीं
[11/08, 13:59] श्रीश्रीगौरांग कृपा: न छेड़ो आज मेरे दिल को कोई
बड़ी मुश्किल से सैलाबों को दबा रखा है
[11/08, 14:01] श्रीश्रीगौरांग कृपा: गर होता हमें फ़ितूर ए इश्क़ कभी
तेरी चौखट पर ही जान छोड़ आते हम
नहीं नहीं नहीं हुआ हमें कभी इश्क़ कोई
वरना मोहबतों के निशान छोड़ आते हम
[11/08, 14:03] श्रीश्रीगौरांग कृपा: झूठ ही समझ लिए तुम मेरी बातों को
जानते नहीं बेवफाई पुरानी आदत मेरी
नहीं इल्म कोई मोहबत करने का मुझे
नहीं रूह तलक में मेरी इबादत कोई
[11/08, 15:35] श्रीश्रीगौरांग कृपा: अजीब हैं किस्से तेरी मोहबतों के साहिब
समन्दर को छूकर भी प्यासे लौटा करते हैं
[11/08, 15:39] श्रीश्रीगौरांग कृपा: टूटा से दिल लेकर हम खुद को हंसा लेते हैं
बहते अश्कों को आंखों में छिपा लेते हैं
कोई देख न ले बस चेहरा यह हमारा
चेहरे पर इक चेहरा और लगा लेते हैं

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