10 नयनन नीरा

हरिहौं अबहुँ नयनन नीरा बरसै
बाँवरी प्रीति न कीन्हीं साँची जन्म जन्म सौं तरसै
जन्म जन्म सौं तरसै बाँवरी हरिहौं आपहुँ करौ सम्भारा
हरि विमुख रही सदा सौं जन्मन जन्म बिगारा
अबहुँ हाथ लगै न कछु बाँवरी बैठी झूठी साँची रोवै
मलिन होय अचरा दाग भरै कबहुँ नाम कौ साबुन धोवै

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