9 सोवत जन्म

हरिहौं सोवत जन्म गये सारे
साँचो धन बिसराई बाँवरी कितनो जन्म बिगारे
कौन विधि भव निद्रा जागै बाँवरी भवरोग होय गाढ़ै
कौन भाँति तेरौ बोझा छूटे दिन दिन सवाया बाढ़ै
खोटी रही जन्म जन्म सौं न साँचो धन संचय कीन्हीं
धिक धिक जीवन होय बाँवरी बिरथा सगरी स्वासा लीन्हीं

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