श्याम बाँवरी
कर दीन्हीं कर दीन्हीं मोहे श्याम बाँवरी
हाय श्याम बाँवरी
देखूं हाय कैसे तेरी सूरत सांवरी
कर दीन्हीं कर दीन्हीं मोहे श्याम बाँवरी
जागूँ सखी री मैं सारी सारी रतियाँ
कासों कहूँ सखी मन की बतियाँ
नैन ना समावे मेरे सूरत सांवरी
कर दीन्हीं कर दीन्हीं मोहे श्याम बाँवरी
भूल गयी जग सारा पिया पिया गाऊँ मैं
कौन विधि रीझै पिया तुमको मनाऊँ मैं
और मोहे ना है किसी से काम री
कर दीन्हीं कर दीन्हीं मोहे श्याम बाँवरी
ढूंढो सखी मेरो पिया मोसे छिपत है
प्राण जाए मेरो सखी अबहुँ ना मिलत है
देख देख आई मैं कदम्ब की छाँव री
कर दीन्हीं कर दीन्ही मोहे श्याम बाँवरी
Comments
Post a Comment