राधा नाम की महिमा

राधा नाम की महिमा कहो कैसे मुख से गाऊँ मैं
मुझ पर लाडली नेह तेरा तब ही कुछ लिख पाऊँ मैं

इतनी कृपा अब कर देना नहीं भूलूँ नाम कभी तेरा
छोड़ जगत के सुख सारे बस राधा राधा गाऊँ मैं
राधा नाम की महिमा कहो.....

बिना बुलाए कौन श्यामा तेरे बरसाने आ सकता है
तेरी नज़र कृपा की है जो नित बरसाने आऊँ मैं
राधा नाम की महिमा कहो....

मेरी श्यामा प्यारी बलिहार तेरे तू राज़ी है तो मैं राज़ी
जिस विधि रीझै मेरी श्यामा बस वैसे नाच दिखाऊँ मैं
राधा नाम की महिमा कहो....

इतनी कृपा करो श्यामा अब रखना मोहे चरणन में
अब आन पड़ी हूँ शरण तेरी और कहाँ अब जाऊँ मैं
राधा नाम की महिमा कहो.....

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