श्याम रंग की चुनर

श्याम रंग की चुनर दीजो मोहे ओढ़ाए
सखी !
कबहुँ श्याम पिया घर आए
श्याम रंग की.....

श्याम तन श्याम मन श्याम ही हमारो धन
श्याम की मुरतिया मन में समाये
सखी !
कबहुँ श्याम पिया घर आए
श्याम रंग की......

श्याम आन श्याम मान श्याम ही हमारो प्राण
पल भर भी बिछड़त चैन नहीं पाये
सखी !
कबहुँ श्याम पिया घर आए
श्याम रंग की.......

श्याम गति श्याम मति श्याम मेरो प्राण पति
बिन श्याम मेरो मन अकुलाये
सखी !
कबहुँ श्याम पिया घर आए
श्याम रंग की.......

श्याम पिया श्याम जिया मन श्याम श्याम गाए
श्याम श्याम रटत ही बांवरा होय जाए
सखी !
कबहुँ श्याम पिया घर आए
श्याम रंग की ......

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून