दीजौ तव पद रज अनुराग

श्री श्यामा !
दीजौ तव पद रज अनुराग
किशोरी जू !
दीजौ तव पद रज अनुराग
तेरो चरण पखारूँ नित नित श्यामा
कब होयगो ऐसो मेरो भाग
श्री श्यामा !
दीजौ तव पद रज अनुराग

बरसाने को वास दीजौ मोहे
लाडली ऐसो विश्वास दीजौ मोहे
क्यों जल रही विषयन आग
श्री श्यामा !
दीजौ तव पद रज अनुराग
किशोरी जू !
दीजौ तव पद रज अनुराग

ब्रज की रज में रज बन जाऊँ
मुख से मैं राधा राधा गाऊँ
भव निंद्रा से कब पाऊँ जाग
श्री श्यामा !
दीजौ तव पद रज अनुराग
किशोरी जू !
दीजौ तव पद रज अनुराग

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