देखा नहीं तो क्या
देखा नहीं तो क्या है
महसूस तो किया है
तू है जहां कहीँ भी
मैंने तेरे संग जिया है
है तू मुझमें ऐसे शामिल
क्या है वजूद कोई मेरा
तुम मुझको जी रहे हो
मैंने तेरे संग जिया है
क्या क्या करूँ बयां अब
क्या दे रहे मुझे तुम
यहां मेरा कुछ नहीं है
जो है तेरा दिया है
हर शै में मुझको मिलती
अब तेरी ही सूरत है
क्या और अब मैं देखूं
हर और तू दिख रहा है
हर और दीदार तेरा ही
क्या तुझसे कुछ अलग है
महबूब अब तेरा इश्क़ ही
तेरे संग ही जिया है
हर और तेरी चाहत ही
बिखरी मुझे दिखती है
क्या इश्क़ तेरा है मौला
क्या खूब इश्क़ किया है
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