दीदार की तमन्ना

अब तेरे दीदार की तमन्ना है
मुझको तुझसे प्यार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार.......

कब से सहरा में दिन गुज़रते थे
मौसम ए बहार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार........

मिल भी जाओ घड़ी भर के लिए
दिल ए बेकरार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार........

काँटों से दामन कब तक बचाएं हम
जब गुल ए गुलज़ार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार.....

हर साँस तेरा ही नाम लेती है
तू ही हर बार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार......

चलो जो तुमको हो कबूल वही करना तुम
जैसी मेरी सरकार की तमन्ना है
अब तेरे दीदार.......

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