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Showing posts from July, 2016

आज श्यामा प्यारी

आज श्यामा प्यारी तेरी नज़र उतारूँ लगे ना नज़र कहीँ मुख ना निहारूँ आज श्यामा प्यारी ...... ऐसो सुंदर सिंगार कियो श्यामा निरखें छवि तेरी नैन अविरामा गल तेरे सोहे माला मोतियन पहना...

किशोरी तेरे चरणन की प्रीत

किशोरी तेरे चरणन की प्रीत कब लागे पड़ा रहा भव निद्रा में कबहुँ मन मेरो जागे नैनन में तेरो छवि दीखे किसी विधि श्यामा भोरी मेरे किये अबहुँ कछु ना होवे आप ही कीजौ किशोरी श्यामा ...

इश्क़ की

अब मुझको हो रही है बेकरारी इश्क़ की धीरे धीरे बढ़ रही है ये खुमारी इश्क़ की तुम ही ख्याल बनकर मेरे दिल में रहते हो तुम ही सवाल बनकर मेरे दिल में रहते हो जानती हूँ अदाएं ये हैं सार...

जाग जाग काटूँ मैं रैन सांवरे

जाग जाग काटूँ मैं रैन सांवरे नित तेरी राह देखें नैन बांवरे कब से हाय पिय पिय पुकारूँ मैं तेरी छवि को नित नित निहारूँ मैं मन आँगन को नित नित बुहारूँ मैं रटती रहूँ पिया तेरा ना...

मेरे दिल में घर तुम्हारा

मेरे दिल में घर तुम्हारा है तुम मुझमें ही रहते हो जब सुनती नहीं आहट कोई तुम ही दिल की कहते हो कब तलक मैं ढूंढती तुमको जा जाकर किसी कूचे में अब एहसास है मुझको तेरा तुम दूर नहीं ...

क्यों चिल्मनें हैं साहिब

क्यों चिल्मनें हैं साहिब क्या कसूर है हमारा ज़रा पर्दा अब हटादो देखूं कोई नज़ारा क्यों चिल्मनें हैं...... तू ही बता दे मोहन अब और कहाँ जाऊँ दिल पर लगे जो मेरे किसको जख्म दिखाऊँ जो ...

मेरे प्रियतम

मैं नित्य प्रियतमा हूँ उनकी मुझमें रहते मेरे प्रियतम मैं उनकी सदा वो सदा मेरे यही बात मुझे कहते प्रियतम नहीं मुझसे कभी पृथक कभी मुझमें  ही रहते मेरे प्रियतम बन कर रस की धा...

बेकरारी इश्क़ की

है आज बड़ी बेकरारी तेरे इश्क़ की हो गयी है अब खुमारी तेरे इश्क़ की कहती है दुनिया की खो गयी है तू क्या खबर किसे है बीमारी इश्क़ की है दवा वही मेरा रोग है तू मेरा जप तप मेरा योग है तू ...

इंतज़ार की इंतहा सांवरे

इंतज़ार की भी इंतहा होती होगी इश्क़ में तुम कहो तुम तो इश्क़ के एहसास से वाकिफ हो मुझे तो अब तलक कोई एहसास न हुआ काश मेरे दिल में भी थोड़ी सी मोहबत होती या तो बता दो कोई तारीख़ अपने म...

मोहे अपनी कीजौ श्यामा

मोहे अपनी कीजौ श्यामा अब करो नहीं देरी ! शरण पड़ी तेरी भोरी मोहे कीजौ चरणन चेरी !! कौन विधि रिझाऊँ तुम्हें नहीं योग्यता कोई मेरी ! पर तुमने कुपात्र सों नज़र कबहुँ ना फेरी !! श्यामा ...

मृदु भाषिणी

मृदु भाषिणी सुख राषिणी प्रेम प्रदायिनी श्री राधा ! नवल किशोरी श्यामा भोरी रसिक रसायनी श्री राधा !! गौर वर्णी मन चित हरणी प्रेम सुभायिनी श्री राधा ! नित्य किशोरी प्रेममयी भो...

श्यामा मोरी नवल किशोरी

श्यामा मोरी नवल किशोरी रस बरसाने वारी ! तेरी शरण पड़ी मैं लाडली मोहे काहे बिसारी !! पद पंकज की सेवा दीजौ श्यामा मैं दासी तिहारी ! तुम ना सुनो तो कौन सुनेगा मन की पीर हमारी !! इन नैनन...

मोहे लता पता

मोहे लता पता ही बनाय लीजो मोहे वास मिले बरसाने में लाडली अब शरण बिठाए लीजो मोहे वास मिले बरसाने में कब से नाम पुकारूँ मैं दे दर्शन तुझको निहारूँ मैं कब मुख से तेरा नाम रटूं ब...

छूकर तुझको

जहां तुझको छूकर हवाएँ आएं मुझको उस गली का बाशिंदा करदे मर नहीं जाऊँ कभी इंतज़ार में तेरे दे दीदार मुझे जिन्दा कर दे अब नहीं उड़ सकती दर्द बहुत मुझको तू चाहे तो हल्का सा परिंदा ...

कब अंजाम होगा

कब होगा अंजाम मेरी मोहबत का तू जो चाहे अब मेरे यार करदे जो तुझको अश्क़ देने किस्मत में मेरी अब मेरा दामन अश्कों से भर दे यूँ ना दे कतरा कतरा मौत मुझे मुझको मेरी मौत की खबर करदे ...

हे मृगनयनी

हे मृगनयनी हे मधुबैनी श्यामा किशोरी मेरी प्यारी कृपा कोर की कीजौ लाडली तू मेरी बरसाने वारी कोई विधि नहीं जानू स्वामिनी बस इतनी हूँ अभिलाषी सेवा तेरी में बीते जीवन कीजौ श्...

मुझको तेरे इश्क़ ने 1

मुझको तेरे इश्क़ ने कुछ ऐसे दीवाना कर दिया मुझको मेरी मैं ना रही खुद से बेगाना कर दिया मुझको तेरे इश्क़ ने...... गम सारे जिंदगी के मुझको अज़ीज़ हो गए रख लिए यूँ सजाकर अब तावीज़ हो गए ते...

चंचल मदमाते नैना

चंचल मदमाते नैना हाथन में मुरली श्याम धरे ! देखत ही अनूप छवि मोहन सखी कैसो मोहे धीर परे !! अंग अंग सों सौरभ छलक रह्यो  चितवन ऐसी प्राण धरे ! अब आये मिलो नन्दलाल मोहे बाँवरी कब तक ...

तुम कहाँ हो श्याम प्यारे

तुम कहाँ हो श्याम मेरे ढूंढे तेरी राधा अखियाँ बरस रही हैं मोहन अब आ जा तुम कहाँ हो....... कोई तो खबर लाओ कब श्याम आएंगे निष्प्राण हो रही है कब प्राण जायेंगे कहाँ छिप गए हो मोहन कहा...

आपकी तारीफ़

क्या लिखूं तारीफ़ मैं ए यार मेरे लफ़्ज़ों में तुम समा नहीं सकते तुमने अब इतना इश्क़ किया हमसे कितना ये लिख कर बता नहीं सकते हाँ जी रही हूँ इश्क़ को तेरे अब ये भी आपकी ही मोहबत है है ...

ढून्ढ सको तो

ढून्ढ सको तो ढून्ढ लेना दूर नहीं प्रियतम मन की आँखों से जाने क्यों देखते नहीं हम पास हैं कितने वो अपने क्यों है मिथ्या दूरी मिलकर भी जो मिले नहीं हैं जाने क्या मजबूरी नहीं ख...

तू समन्दर है

तू समन्दर है मुझे एक कतरा करदे मेरे महबूब इश्क़ में बस इतना करदे नज़र क्या लगेगी साहिब आपको मेरी नज़र में ही आ जाओ ना हाय बेरुखी कहाँ आई महबूब को मेरे मुझे ही सज़दा करने का इल्म न...

मयूर संग श्यामा

मयूर संग बतियाए रही बैठ श्यामा प्यारी बहुत देर भई अबहुँ आये ना गिरधारी छूवत रही मयूर पंख श्याम की समृति में और कोऊ ना बसे अबहुँ मन चित वृति में पिय पिय रटत रटत मयूर की निहारे ...

सुन रही हूँ धड़कनें

सुन रही हूँ तेरी धड़कनों को मुझ में कैसे कह दूँ तू कहीं और रहता है आज तो मौसम ए आशिकी गजब का है मेरा महबूब मुझमे ही मिला मुझको कभी दूरी के एहसास से मरती थी अब तू ऐसे मिला की मुझमे...

दर्द दर्द दर्द

क्यों लौटा देते हो हर बार ख़ाली सा हमें कुछ अश्क़ ही दे दिया करो जो बहाते रहें हम नहीं आते इस डर से तेरी चौखट पर मोहन की तुझे एक बार देखकर लौटना भी मौत से कम नहीं बड़ी आसानी से तुझे ...

काश कभी तुझसे इश्क़ होता

काश तुझसे कभी इश्क़ होता मुझे काश मेरा दिल कभी बेकरार होता कभी तेरे लिए तड़पती पल पल काश मुझे तेरा इंतज़ार होता काश मुझे दर्द होता तेरी जुदाई का काश मेरे दिल में कोई नश्तर चुभत...

कान्हा तुम आ गए

कान्हा ! तुम आ गए देखो ये तुम ही हो मुझे ठगने आ जाते हो तुमको पहचान लेती हूँ मैं हाँ ये तुम ही हो पहले वायु बन स्पर्श किये फिर वर्षा की बूँदें कहाँ गया वो ताप जो कब से भीतर दाह रह...

श्यामा प्यारी के चरण

👣👣👣👣👣👣 श्यामा प्यारी के चरण राधे प्यारी के चरण   मेरा धन मेरा धन 👣👣👣👣👣👣   सुकुमारी के चरण पिय प्यारी के चरण श्यामा प्यारी के चरण    मेरा धन मेरा धन   राधे प्यारी के चरण 👣...

तुम्हारे बिन जिंदगी

तुम्हारे बिन ज़िन्दगी क्या महबूब मेरे फ़क़त एक लाश सी है चन्द सांसों के साथ तुम रूह से कैसे निकल जाओगे मेरी अपनी नहीं तेरे मोहबत पर यकीन मुझे हाय तेरा इश्क़ ही मुझमें अब जिन्दा ...

पैगाम

आज दिल कहता है कोई पैगाम लिखूं दिल के लहू से श्याही से लिखे पैगाम तो तुमने पढे नहीं हैं अब तक चीर दूँ दिल अपना काश ऐसी कोशिश कर जाऊँ करूँ दूँ बगावत आज खुद के लिए ही क्यों अपनी म...

गहरी झील

एक गहरी बहुत गहरी सी झील में डूब जाऊँ आज मेरा मन करता है है क्या इस झील में तुम देखोगे मेरे जैसे बदनसीबों के अश्क़ भरे हम मिलकर एक दूजे को गम बताते हैँ एक दूजे को देख हो रहे जख्म ...

उसको इश्क़ में करार

उसको इश्क़ में करार आया है जिसकी किस्मत में तू यार आया है तू नहीं कभी मुझे मिलने आया हर सपना बेकार आया है उसको इश्क़ में...... तुझको है इश्क़ मुझसे इतना तुझपर ही ऐतबार आया है उसको इश...