चरणन दूर न कीजै

हरिहौं चरणन दूर न कीजै
विनय सुनो दासी की नाथा ताप बढ़ै हिय छीजै
ताप बढ़ै हिय छीजै नाथा तव चरणन मेरौ ठौरा
चरणन की रज कीजौ नाथा दासी करै निहौरा
एहि पद पंकज सुमिरन नाथा कीजौ नाथ ख़्वासी
दुई करि जोरि विनय कीजै नाथा तिहारी बाँवरी दासी

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