नहीं इश्क़ हमसे कीजिये
नहीं इश्क़ हमसे कीजिये कहूँ सौ बार आपको
अश्क़ों के बिना मिलेगा भी क्या सरकार आपको
टूटा सा दिल मेरा है कहाँ आपको बिठाऊँ
तंग सी इस गली में कैसे महफिलें सजाऊँ
तकलीफ ही हो जाएगी बेकार आपको
नहीं इश्क़ हमसे कीजिये कहूँ सौ बार आपको
अश्क़ों के बिना मिलेगा भी क्या सरकार आपको
मेरी गुस्ताखियों को कभी दिल से नहीं भुलाना
दिल हुआ कभी ना आपका दुनिया का रहा दीवाना
धोखा ही देता रहा है हर बार आपको
नहीं इश्क़ हमसे कीजिये कहूँ सौ बार आपको
अश्क़ों के बिना मिलेगा भी क्या सरकार आपको
भूले नहीं हैं साहिब मुझको लाखों गुनाह मेरे
नहीं काबिल थोड़ी सी जगह मिले दिल में कभी तेरे
नहीं बख्शना मेरी गुस्ताखियाँ भूली हर बार आपको
नहीं इश्क़ हमसे कीजिये कहूँ बार बार आपको
अश्क़ों के बिना मिलेगा भी क्या सरकार आपको
जो तुमको करे मोहबत उस दिल में करो आशियाना
जो निभा सके मोहबत तुम उसको करो दीवाना
धोखे ही मिलेंगें यहाँ रोज़ कई हज़ार आपको
नहीं इश्क़ हमसे कीजिये कहूँ बार बार आपको
अश्क़ों के बिना मिलेगा भी क्या सरकार आपको
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