तेरे इश्क़ की खुमारी
कैसी तेरे इश्क़ की खुमारी है
पल पल बढ़ती बेकरारी है
ये तो बता
छिपा तू कहाँ
ढूँढूँ यहाँ तुझे
ढूँढ़ूँ वहाँ
इश्क़ में हम खो से गए
सपने कई संजो से गए
दिल ने कहा
मैंने सुना
तेरी सदा
तू है कहाँ
मुझको मिली परछाइयाँ
रोती मेरी तन्हाईयाँ
दर्द भरा
है दिल मेरा
दे जा पता
तू है कहाँ
तू है कहाँ
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