सखी अजहुँ पिया मोरे

सखी अजहुँ पिया मोरे मेरो सिंगार कीन्हीं
हथ चूड़ी भाल बिंदी पावँ पायलिया दीन्हीं
अधरन दीन्हीं रंगत मेरो अपनी प्रेम वारी
घागरा चोली प्रियतम अपनो प्रेम ते रंग डारी
सात रँग की चुनर डार प्रियतम मेरो करे सिंगार
देख देख मोहे प्रियतम प्यारे लेत सखी बलिहार
मैं अपने प्रियतम प्यारे की प्रियतम मेरो प्यारे
अंक भरत कबहुँ हाथ पकर मेरो प्रियतम मोहे निहारें

सतरँगी चुनर डार सखी घूंघट लियो निकार
पिया मेरो घूँघट हटावें रह्यो मेरी ओर निहार
कंप कंम्पाति देह रह्यो मेरी पिया मेरो कर पकरयो
अपने दोउन भुजा पाश माँहिं पिया मोहे ऐसो जकरयो
पिया पिया ही मुख ते निकल्यो पिया में रहूँ समाहिं
राख्यो मोहे ऐसो ही पिया कबहुँ छोड़त नाँहिं
मैं अपने प्रियतम प्यारे की प्रियतम मेरो प्यारे
अंक भरत कबहुँ हाथ पकर मेरो प्रियतम मोहे निहारें

प्रियतम बोलें सुन सजनी सुन मेरो हिय की बतियाँ
तेरे बिन सूनी सब सजनी काटे कटें ना रतियाँ
अधरन सों अधरन छुवत् सखी लाज मोहे अति आवे
कैसों निहारूँ पिया तेरो मुख लाज घेर मोहे जावे
चिबुक पकर मोहे पिया कहें हाय सजनी मोहे निहारो
नैन भरयो मैं काजल अजहुँ प्रियतम प्रीती वारो
मैं अपने प्रियतम प्यारे की प्रियतम मेरो प्यारे
अंक भरत कबहुँ हाथ पकर मेरो प्रियतम मोहे निहारें

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