आपकी की क्या बात

आपकी क्या बात है क्या कहूँ सरकार आपका
लफ्ज़ ही खत्म हो चुके लिखे हुए प्यार आपका

तेरा प्यार है मेरी जिंदगी और मेरी जिंदगी तेरी हो चुकी
अब चन्द साँसें चलती हैं मेरी थी अब तेरी हो चुकी

ये बेखुदी का आलम है तू है और तेरा प्यार है
धड़कनों में तुम ही रहते हो फिर दिल क्यों बेकरार है

बढ़ने दो थोड़ी और रोज़ रोज़ ये बेकरारियां
तू है और बाक़ी हैँ तेरे इश्क़ की ही खुमारियां

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