हरिहौं कीजौ कौन उपाय
हरिहौं कीजौ कौन उपाय
कौन विध नेह लगै मोय साँचो झूठी तोसौं नेह लगाय
झूठो नेह लगाय बाँवरी कूकरी सम विष्ठा रही पाय
कौन घड़ी भव निद्रा सौं जागै दियो साँचो नाथ भुलाय
हा हा नाथ मेरौ ठौर कोऊ न कौन वीथिन बाँवरी जाय
झूठो साँचो नाम अबहुँ टेरत हाय नाथा हिय अकुलाय
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