हरिहौं नाम कथा सुखदाई

हरिहौं नाम कथा सुखदाई।
जेई पर कृपा करै हरि आपहुँ तेई दयो सुनाई।।
कोऊ विधि सफल असफल न होवै आपहुँ करै सहाई।
हरि कथा होवै फल मीठौ रसना चाखै हरिरस पाई।।
अति उदार अतिशय दयाल हरि आपहुँ देय मिलाई।
बलि बलि जावै बाँवरी दासी गौर रसिक कृपा पाई।।

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