तत्वन को तत्व एक
तत्वन को तत्व एक सारन को सार होय !!!
राधा नाम भजे जो भव सिंधु पार होय !!!
भव बन्धन मेटे सभी प्रेम अपार होय !!!
हृदय बढ़े प्रेम रस कैसो दुःखियार होय !!!
राधा नाम जप बाँवरी कौन सो बिचार होय !!!
और सभी नेम झूठे यही साँचो ब्यौहार होय !!!
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