सुन लीजौ

सुन लीजौ कृपाल गिरधारी , मेरे गिरधारी बनवारी
जन्म जन्म की पीर हरो मोहना , रज दीजौ चरणन वारी

बहुत जन्म ते भटका माधौ , मैं हरिनाम न गाया
मानुष जन्म मिला अमोलक , मैं विरथा आप गंवाया
मूर्ख अधमी की सुधि लीजौ मोहना ,दीजौ प्रेम की डोरी डारी
सुन लीजौ कृपाल गिरधारी......

चरणन का नेह दीजौ नाथ ,मोहे विषय माया ने घेरा
तुम बिन भटकूँ जन्म जन्म , मोहे दीखे घोर अँधेरा
आप हाथ देय मोहे उबारो , मुझ निर्धन की मति मारी
सुन लीजौ कृपाल गिरधारी ......

मोहे अपनी सेवा में कीजौ , जग जंजाल से होय छुटकारा
नाम अपने की भिक्षा देकर ,जीवन का दूर करो अँधियारा
जीवन हो जाए मेरा अर्पण , नाथ मुझे सेवा मिले तुम्हारी
सुन लीजौ कृपाल गिरधारी ....

बाँवरी करे पुकार मोहना , निर्धन की सुधि लीजौ
बहुत जन्म सों रही भटकती, नाथ अब मोहे अपनी कीजौ
रहूँ बाँवरी तेरे प्रेम बस , मेरी सुधि बुधि देयो बिसारी
सुन लीजौ कृपाल गिरधारी , मेरे गिरधारी बनवारी
जन्म जन्म की पीर हरो मोहना , रज दीजौ चरणन वारी

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