अब तो मुझे

अब तो मुझे सुनती हैं खामोशियाँ भी तेरी
जो लब ना कह सके तेरी आँखें कह गयीं
अब तो मुझे......

सुनती हैं धड़कनें तेरी तू मेरे पास है
खामोशियों में हो रहा तेरा एहसास है
थी यहां कोई कभी जाने कब वो खो गयी
अब तो मुझे......

सुनती हूँ तेरी सदा भी भीतर से आती है
मैं भूल भी जाऊँ कभी वो पास बुलाती है
सुनती हूँ मेरी थी तू अब मेरी हो गयी
अब तो मुझे .......

हर साँस सांस अब तेरा ही नाम ले
आ बढ़कर महबूब मेरे तू मुझको थाम ले
तेरी पनाह में हो मेरी सुबह नई नई
अब तो मुझे.........

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