सखी री नैना कहे लियो मिलाय

सखी री काहे नैना लियो मिलाय..
कौन जन्म कौ बदलौ लीयौ
                    ऐसी राह दिखाय..
सखी री....

पल पल दर्द बढे मो हिय को
                   कैसो प्रेम ये हाय..
सखी री.....

काहे कीयौ बाँवरी मोकू
           सब जग दियो भुलाय...
सखी री.......

कौन घड़ी वासे लगन लगी री
          काहे नैना लिए मिलाय...
सखी री.......

स्वांस स्वांस पिय नाम पटत है
              पर पिय नाहीं आय...
सखी री........

वा छलिया ने छल कर लीन्हों
          सुधि बुधि दी बिसराय...
सखी री.........

प्रेम लगन की राह कठिन री
       अब जीना ना मरना हाय...
सखी री..........

जय जय श्री राधे....

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