विनय

1
मोपे रीझे मेरो राधा प्यारी
मन नित नित हर्षाये
पद पंकज सेवा दीजो लाडली
दासी ये आस लगाये
2
रख लीजो चरणन माँहि
तेरो नाम की ठौर
तुम ही बिसारो लाडली
मैं जाऊँ किस और
3
रीझो अब मेरो लाडली
देखूं तेरी और
चरण पड़े की लाज रखो
कोई नहीं मेरो और

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