मेरी जिंदगी

तुझपर मर मिटने को बेताब है  जाने क्यों

इन आँखों में बस तेरा ही ख्वाब है जाने क्यों

जिक्र है तेरा ही लब पर मेरे जाने क्यों

याद तेरी ही रहती दिल मेरा घेरे जाने क्यों

नज़र से दूर सही दिल के तू पास है जाने क्यों

हो रहा रूह को अब तेरा एहसास जाने क्यों

ख़ामोशी में तेरी धड़कन सुने है जाने क्यों

ये दिल अब तेरे ही ख्वाब बुने जाने क्यों

ये सब है तुझसे है मोहबत ही तेरी

जी रहे हो तुम ही अब  जिंदगी मेरी

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