जय जय युगल सरकार

नित नित गुण गाऊँ
जय जय युगल सरकार
किस विधि रिझा पाऊँ
जय जय युगल सरकार

हम चाकर हैं लाडली तेरे
चाहे हैं अवगुण बहुतेरे
आन पड़े अब द्वार पे तेरे
दर्शन दो इक बार
जय जय युगल सरकार

शरण में आए जो भी प्यारी
उसकी किस्मत गयी संवारी
अब श्यामा है मेरी बारी
अब मेरी और निहार
जय जय युगल सरकार

मुझको अपनी लग्न लगा दो
चाकर हूँ सेवा में बैठा दो
श्यामा मेरी बिगड़ी बना लो
मेरी जीवन प्राण आधार
जय जय युगल सरकार

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