कहना आसान

कहना बहुत आसान है
जीना बहुत है मुश्किल
तू है तू है कह लिया बहुत
तेरा होना है मुश्किल

नहीं हटता मेरी खुदी का पर्दा
मैं कैसे तुझको देखूं फिर
जब तू था तब मैं नहीं थी
अब मैं हूँ तुझे खोजूं फिर

क्यों ये खत्म नहीं होता
तेरा मेरा फिर मेरा मैं होना
यही है सारी मुश्किल मेरी
और यही है सारा रोना

कभी ऐसा भी हो जब
तू ही तू रह जाये
खत्म हो जाए सब मैं मेरी ही
मेरा पता ही खो जाये

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