विनय मान लीजो

मोहे सेवा में लीजो किशोरी ,
        अपनी जान रख लीजो !
मेरी विनय मान लीजो किशोरी ,
        सेवा चरणन की दीजौ  !!

अधम पतित हूँ मोहे अपनाओ ,
     तुम अधमन सरताज प्यारी !
तेरो चरणन की ठौर है श्यामा ,
     और कोई मोहे ठौर ना प्यारी !!

दासों की करती रखवारी ,
      मेरी प्रिया बरसाने वारी !
मोहे जगत जंजाल छुड़ाओ ,
     विनती करे ये दासी तिहारी !!

निज चरणन की सेवा दीजो ,
     किशोरी कब मोपे रीझो !
मोहे वृन्दावन वास दीजो ,
      निज दासी कर लीजो !!

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