मुझको मेरे गमों के
मुझको मेरे गमों के नशे में रहने दो
बेखुदी में हूँ पर दिल की बात कहने दो
देख गुस्ताख़ हूँ लबों पर तेरा नाम नहीं
तुम भी मेरी गली में आना साहिब रहने दो
मुझको मेरे गमों ......
नहीं कीमत कोई इनकी खारा सा पानी है
रुक गए अश्क़ इन आँखों में आज बहने दो
मुझको मेरे गमों .......
दर्द से आज सजा ली है मैंने रूह अपनी
मुझको मेरे यार अश्कों के थोड़े गहने दो
मुझको मेरे गमों .......
दर्द पीने का अब शौक लग गया मुझको
पत्थर सा दिल है मेरा जख्म सहने दो
मुझको मेरे गमों के नशे में रहने दो
बेखुदी में हूँ पर दिल की बात कहने दो
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