मोहना तुम संग
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
तुम्हीं बनो श्याम मोरे चंदा
मोहे कीजौ चकोरी
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
रैन दिवस मेरो नैना बरसे
मोहना तोहे मिलने को तरसे
विलम्ब कीजौ नाँहि श्याम पिया जी
सुधि लीजौ अबहुँ मोरी
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
बिरहन को कछु नाँहि भावे
फाग चढ़े मोरा जिया जरावे
जिसका पिया दूर देस रह्यौ
सो क्यों भावे होरी
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
अबहुँ श्याम पिया सुनियो मन की
बहु दिन गये सुधि लीजौ बिरहन की
अकुलावे क्षण क्षण हिय मेरो
पिय विनय करूँ करि जोरी
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
तुम्हीं बनो श्याम मोरे चंदा
मोहे कीजौ चकोरी
मोहना !
तुम संग बाँधी डोरी
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