अब तो आ जा
अब तो आ जा महबूब देख मौसम ए बहार है
इस बेकरार दिल को बस तेरा इंतज़ार है
देख तो हुस्न जरा कलियों का तू भी
मौसम ए लज्ज़त में देख ले क्या निखार है
अब तो आ जा ......
गा रही हैं कोयलें भी तेरे इश्क़ के फ़साने
अब मेरा ख़ुद पर कहाँ कोई इख्तियार है
अब तो आ जा.......
देख बेचैन है कितनी आज क्यों रूह मेरी
क्या दिल तेरा भी कहीं वफ़ा का तलबगार है
अब तो आ जा .......
जानती हूँ तुझको भी इश्क़ मुझसे है बेपनाह
मेरे दिल को अब बस तेरा इंतज़ार है
अब तो आ जा.......
सुन ले उठ रहे हैं जो नग्में तेरे मेरे इश्क़ के
जानती हूँ तू भी मेरी तरह बेकरार है
अब तो आ जा महबूब देख मौसम ए बहार है
इस बेकरार दिल को बस तेरा इंतज़ार है
अब तो आजा....
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