घुल से गये
घुल से गए तुम मुझमें ऐसे मेरा निशां बाक़ी न रहा
सिमट गई मोहब्त तेरी बाँहों में मेरा जहान बाक़ी न रहा
कैसे मिले हो सनम मुझे तुम मुझको अब कुछ होश नहीं
एक हुए हम दोनों ऐसे कोई यहां बाक़ी न रहा
घुल से गए ......
आँखों ने आँखों को पिया है लबों ने बस लबों को छुआ
आग सिमट गई अपनी ऐसे कोई भी धुआँ बाक़ी न रहा
घुल से गए........
अब मुझसे तुम दूर न होना बाँहों में ऐसे ही रहना
तेरा सब तुझ तक लौटा है कोई सामां बाक़ी न रहा
घुल से गए ........
अब कैसे करूँ बयां मैं दिल की धड़कन तुम सुन लो
रूह तलक नीलाम हुई है कुछ भी यहां बाक़ी न रहा
घुल से गए हो मुझमें ऐसे मेरा निशां बाक़ी न रहा
सिमट गई मोहब्त तेरी बाँहों में मेरा जहान बाक़ी न रहा
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