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Showing posts from March, 2016

कोई सौखा नहीं

कोई सौखा नहीं दिल दा लगाणा एह जान गवाणी पैंदी है नहीं प्रीत ने ऐंवे निभ जाणा जान दी बाज़ी लाणी पेंदी है सौखा नहीं यार नाल नज़रां मिलाणा अपणे आप नू पैंदा है गवाणा जे लग जावे प्र...

कोई सौखा नहीं

कोई सौखा नहीं दिल दा लगाणा एह जान गवाणी पैंदी है नहीं प्रीत ने ऐंवे निभ जाणा जान दी बाज़ी लाणी पेंदी है सौखा नहीं यार नाल नज़रां मिलाणा अपणे आप नू पैंदा है गवाणा जे लग जावे प्र...

श्यामाश्याम

श्यामाश्याम जगत विस्तार श्यामाश्याम मेरे प्राण आधार श्यामाश्याम रटूं आठों याम श्यामाश्याम को मेरा प्रणाम श्यामाश्याम जगत आनन्द श्यामाश्याम हैँ नित्य सुखकन्द श्या...

प्रेम कर ले हरि से

प्रेम कर ले हरि से मनवा पल पल उम्र तेरी बीत रही हरि रस से तू भर ले जीवन क्यों प्रेम गागर रीत रही नाम ना लीन्हा भक्ति ना कीन्हीं जीवन अपना क्यों व्यर्थ गवाया रंग ले अपनी प्रेम ...

बड़े भाग मानुष तन पाया

बड़े भाग मानुष देह पाई नहीं तुम गरीब दुर्भाग्यवान कृपा हुई ये देह मिली है ऐसी कृपा किये भगवान कहते हो धन दौलत नहीं कहते हो नहीं मिली रोटी अमूल्य मानव जन्म मिला तो क्यों तेरी...

तेरा दर

तेरा दर छोड़ किथे जावां शामा मैं जोगन तेरी लग गया रोग इश्क़े वाला शामा मैं रोगण तेरी तेरे बिन मेरा कोई होर ना ठिकाणा है दर तेरा छड्ड साइयां मैं होर किथे जाणा है मेरा होर ना तेरे...

इश्क़ की खुमारियां

छू लिया जो तुमने तो महक गयी मैं इश्क़ तेरे में कुछ बहक गयी मैं हो रही मुझे तेरे इश्क़ की खुमारियां बढ़ रही क्यों रात दिन बेकरारियां घुल रहे हो मुझ में तुम कुछ इस कदर तू ही तू दिखे ...

बरसात इश्क़ की

झूम रही हूँ इश्क़ की बरसात हो रही खामोश हैँ लब दिल से दिल की बात हो रही क्यों हवाओं में तेरी महक आ रही हर आवाज़ क्यों तेरी याद दिला रही सच है इश्क़ तेरा अब मेरा नसीब है आँखों से दूर ...

इश्क़ में दो कहाँ

इश्क़ में दो कहाँ जीते हैं लोग इश्क़ तो दो को एक करता है मैं नहीं हूँ है अब मुझमेँ यार मेरा हर कोई उसको ही सज़दा करता है वही बाक़ी रहे कभी मैं लौट ना आऊँ जी ले मुझको वो या मैं उसे जी ज...

मेरी जिंदगी

तुझपर मर मिटने को बेताब है  जाने क्यों इन आँखों में बस तेरा ही ख्वाब है जाने क्यों जिक्र है तेरा ही लब पर मेरे जाने क्यों याद तेरी ही रहती दिल मेरा घेरे जाने क्यों नज़र से दूर स...

शबरी की प्रतीक्षा

प्रतीक्षा प्रेम पथ पर प्रतीक्षा हो तो शबरी सी गुरुवर ये बोल गए आएंगे तेरे राम शबरी ने किया जीवन सब अर्पण राम के नाम प्रभु भक्तवत्सल हैं गए जब वन में पूछ रहे थे पता शबरी की कु...

कौन घड़ी तुम आओ

बाट निहारूँ पिया जी कौन घड़ी तुम आवो नैनन नीर से पग पखारूँ कौन घड़ी तुम आवो बैठी तेरी बिरहन रोये कहीँ मन नहीं लगावे कौन घड़ी जाने पिया मेरे हाय सखी घर आवे सुधि लो अब मेरो पिया जी ...

मोहबत मेरी

तेरा दीदार हो नाम हो तेरा बस यही है एक हसरत मेरी तुम कहां देखते हो गुनाह मेरी बेवजह चाहना ही है आदत तेरी रख लो कदमों में ही कुछ जगह दे दो हम यूँ ही जी लेंगे मोहबत तेरी बस नज़र के स...

कुछ हसरतें

यूँ ना सजके रोज़ रोज़ आया करो क्यों मदहोश हमको करते हो होश पहले से ही मेरे कम हैं क्यों बेहोश हमको करते हो कत्ल करती है हर अदा तेरी उस पर तेरा यूँ संवर् जाना किस तरह बांध सके इश्...

रूह जावेगी रुश्नाइ

छोड़ दे मूर्ख धन्दे बन्दया मैं मेरी क्यों लाई रब अपणे नू मनों भुलाया सारी उम्र गवाई मैं मेरा सब कुछ धोखा है बणया फिरें शुदाई झूठे जगत पसारे तेरे भुल्या ओह्दी खुदाई समां आण ...

इक वारी आ शामा

मैं ताँ सब कुझ तेरे ते छड़या तू इक वारी आ शामा नित नित बुलावां तैनू कोल कदे ताँ फेरा पा शामा चंगा नहीं लगदा तेरा रोज़ लारे लाणा तू नहीं आणा फेर मैं नहीं बुलाणा बन्न दीती प्रेम व...

इक वारी आ शामा

मैं ताँ सब कुझ तेरे ते छड़या तू इक वारी आ शामा नित नित बुलावां तैनू कोल कदे ताँ फेरा पा शामा चंगा नहीं लगदा तेरा रोज़ लारे लाणा तू नहीं आणा फेर मैं नहीं बुलाणा बन्न दीती प्रेम व...

कैसे प्रेम किये बिन तुम

तुम कितना सताओगे हाय कितना रुलाओगे कैसे प्रेम किये बिन तुम कान्हा रह पाओगे कैसे प्रेम किये बिन तुम मोहना रह पाओगे मीरा ने पुकार जब की कान्हा दौड़े आये तभी पल की भी देर ना की ...

किवें बुझणी दिल वाली अग

किवें बुझणी मेरे दिल वाली अग इसने मैनू ही जला देणा मुक् चल्ली जिंद मेरी आ सजणा किते बहुती देर ना ला देणा हूक उठदी दिल विच मेरे हाय तैनू इक वार वी ना सुण्या मैं ताँ चुण लेया या...

सुण ले मेरी हुण ताँ सजणा

सुण ले मेरी हुण ताँ हुण सजणा हर हंजू वाजां पेया मारे तेरी इक नज़र जे हो जावे दुःख मुक्ण बिरहण दे सारे इक वारी ताँ मेरी खबर ले मेरी जिंदगी सूली टँगी है मैनू अपणी कोई खबर नहीं जि...

कदे मेरी खबर

कदे मेरी खबर वी लै शामा मन्या तेरे आशिक लखाँ ने इक नज़र प्यार नाल तक लै असीं राह विच विछाईयाँ अखां ने कदे कोल बह दिल वाले हाल दसां की की बीती मेरे नाल दसाँ तैनू ना कहां ते कोण मे...

सुख पाओ री सखियो

लाल लाडली नित नित हर्शायें ऐसो मिल्न कराओ री सखियो सेवा मिले युगल चरणों की नित नित युगल मनाओ री सखियो बड़ी भोरी है श्यामा प्यारी नित नित नव सिंगार करावो सखियो लाल जू गए कबसे ...

तुम्हारा कान्हा

मैं कान्हा हूँ सखी तेरे ही भीतर तू मुझे सुनती है महसूस करती है देखती भी है हर जगह मेरा एहसास करती है फिर फिर क्यों रोती है क्यों मौन हो जाती है मैं ही तो हूँ तेरा कान्हा बेहा...

हाय क्यों प्रीत

हाय क्यों प्रीत लगा बैठी चैन अपणे दिल दा गवा बैठी क्यों कमली बण दिन लँघदे क्यों रोग अव्व्लडे ला बैठी जे पता हुँदा तू नहीं आणा मैं पहले दिल नू समझा लैंदी हुण दिल मेरे वस तोँ ब...

प्रीत दी रीत

प्रीत दी रीत है बड़ी ओखी क्यों मेरी समझ ना आई हाय मेरे डाहडया रब्बा तूँ क्यों एह प्रीत बणाई कुझ नहीं छड्या मेरे पल्ले मैं कल्ली हो घबराई दस किवें दा दिल तेरा तूँ केहडी प्रीत ...

प्रीत क्यों पाई

जद दा इश्क़ तेरे नाल पाया हो गयी वे मैं झल्ली सही जावे ना पीड़ इश्क़ दी सजणा एह पीड़ अवल्ली लख वारी समझाया दिल नू होइ ना कोई तसल्ली आ वे माहिया जल्दी आ वे रह सकां किवें हुण कल्ली दर...

बूहा खोल

खड़ा दरवाजे ओहने बड़ा टटोलेया बंदया तू बूहा ना दिल वाला खोलेया लिख लिख पाइयाँ ओहने तैनू चिट्ठियां अख नहीं तेरी तू कदे वी ना डिठियाँ ओहने तैनू दिते किन्ने ही सुनेहे रोज़ खड़ा ब...

प्रीत दी रीत

प्रीत दी रीत है बड़ी ओखी क्यों मेरी समझ ना आई हाय मेरे डाहडया रब्बा तूँ क्यों एह प्रीत बणाई कुझ नहीं छड्या मेरे पल्ले मैं कल्ली हो घबराई दस किवें दा दिल तेरा तूँ केहडी प्रीत ...

कुञ्ज गीत

मधुर गीत गाओ कुंजन में लाल लाडली करें विलास किंकरी मञ्जरी सहचरी सब देख देख रही उल्लास नाच गा रिझावो जोड़ी सखियो खूब करो आनंद लाल लाडली के मिल्न में सखियों का है परमानंद चिर...

रैन काहे ना आवे

जे सखी ये रैन् ना होवे लाडली अति दुःख पाये रैन होय तो पिया मिले दिन भर रहे धेनु चराय दिन भर रहे धेनु चराय सखा संग ऊधम मचावे साँझ ढ़ले लौट धेनु संग घर लौट कर आवे घर लौट कर आवे प्र...

लाडली

भोरी मेरो लाडली अति चतुर श्याम ने किन्ही बरजोरी रंग गयी राधा मोहन रंग में मोहन ने अपनी कीन्हीं मोहन ने अपनी कीन्हीं ऐसो खूब रंग बरसायो निरख निरख ये जोड़ी सखियों का मन हर्षा...

निकुंज रहस्य

एक दिन रतिमंजरी ललिता से बतियाए निकुंज के रहस्य का सखी हमे भी दो बतलाए हर वस्तु वहां की दिव्य है हर वस्तु है निर्मल निकुंज की रज दिव्य है दिव्य है निकुंज का जल पुलिन वहां सुह...

मेरी हसरत

ये जो लब आपका नाम है ये भी आपकी इनायत है वरना कौन ले सकता है जिसको आपकी जरूरत है जिसको आप अपनाना चाहो वही आपको चाह सके है वरना कहां औक़ात किसी की सबको जग की झूठी हसरत है आपको याद...

सेवा में रखना

मुझे ले जाओ उस पार     मेरी प्यारी युगल सरकार        आप ही मेरे प्राण आधार           मेरी प्यारी युगल सरकार कोई कामना शेष रहे ना    मन में रहे ना कोई तृष्णा       मुख पर रहे नाम ...

किशोरी कृपा

भरम दूर कीजो लाडली छोड़ आपको जाऊँ क्यों एक मान जाये मेरी लाडली और कोई देव मनाऊँ क्यों तेरी रहमत की नज़र हो तो सब मुमकिन हो जाये जिसे मेरी किशोरी चाहे वही किशोरी का हो जाये नेह ...