अनकही सी

ऊँचे स्वर में आरती
मस्जिद में ऊँची नमाज़

ऊँची प्रार्थना चर्च में
प्रभु कल सुनें न आज

वो तो सुन लेते है
हर दिल की आवाज

कहने को भी शब्द नहीं
हर अनकही सी बात

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