क्या पिलाया
क्या पिलाया है मयख़ाने बुला के
क्यों मदहोश किया दीवाना बना के
आँखों से नींदे चुराई क्यों तुमने
कसक सी ऐसी उठाई क्यों तुमने
लुत्फ़ ले रहो तुम भी मोहब्त में
देखते हो दीवानगी इस चाहत में
हसरतों को बेकरार कर रहे हो
हैरान हूँ तुम भी प्यार कर रहे हो
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