अब तो आ जा
अब तो आजा यार मेरे
जीना तेरे बिन बेकार है
रह ना सके इक पल
रूह को इन्कार है
बेचैनियों को जी रही
बस जिंदगी बेजार है
तेरे आने की है आहट
तेरा ही इंतजार है
मरना भी गर हो इश्क में
गुलाम भी तैयार है
तुझमें ही फना होने को
जिंदगी बेकरार है
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