तन सेवा में संसार की

तन को लगादो सेवा में संसार की
मन में बढ़ती रहे बेल प्रभु प्यार की

तन तो मिटेगा एक दिन जायेगा
सेवा का धन तेरा साथ निभाएगा
सच्ची सेवा तारे करो ऐतबार जी
तन को ..........

मिट्टी का खिलौना तू कब टूट जायेगा
हर झूठा रिश्ता दुनिया से छूट जायेगा
छोड़ दे कपट छल बात कर प्यार की
तन को..........

हस हस के जीना यही जिंदगी है
सेवा करो दीं की यही बन्दगी है
सेवा बिना बाँवरी ने जिंदगी बेकार की
तन को.......

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून