भूल गए तुम
भूल गए तम इश्क पुराना
पर मुझको सब याद है
तेरे नाम से जिंदा हूं
तुझसे जिंदगी आबाद है
नजर ए इनायत मुझपे हो
बस इतनी फरियाद है
बांध सकी ना बेडी कोई
मेरी रूह अब आजाद है
तेरे बिन मैं कुछ भी नहीं
मुझमें दिखे अब अक्स तेरा
तुझसे चिराग हुए सब रोशन
मुहब्बतें मेरी आबाद हैं
(बावरी मिता)
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